December 1, 2024

वाराणसी के चोलापुर गांव में खुला ‘दीदी कैफे’

वाराणसी के चोलापुर गांव में खुला ‘दीदी कैफे’

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन निरंतर नए प्रयास कर रही है। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर बन महिला सशक्तिकरण का संदेश दे रही हैं। साथ ही रोजगार का अवसर भी प्राप्त कर रही हैं। इसी कड़ी में चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) परिसर में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से ‘दीदी कैफे – प्रेरणा कैंटीन’ शुरू किया गया। इससे ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सार्थक कदम होगा।

वाराणसी के चोलापुर गांव में खुला ‘दीदी कैफे’

कैंटीन का शुभारंभ पूर्व ब्लॉक प्रमुख त्रिभुवन नारायण सिंह ने किया। उन्होने कहा कि सरकार की ओर से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को पूरा सहयोग मिल रहा है। जिससे वह आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बन सकें और देश के विकास में अपना योगदान दे सकें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि सभी सीएचसी पर कैंटीन खोलकर महिलाओं ने एक नया आयाम स्थापित किया है।
समूह की प्रमुख रीना देवी ने कहा कि स्वयं आत्मनिर्भर बनकर उन्होने करीब 50 हजार की लागत से इस कैंटीन को शुरू किया है। इस कार्य में ग्राम्य विकास विभाग और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर पूरा सहयोग मिला है। कैंटीन में शुद्ध व ताजा खाना मौजूद है जिससे मरीजों को स्वास्थ्य केंद्र से दूर नहीं जाना होगा। गांव की अन्य महिलाओं को भी इससे रोजगार मिलेगा।

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला मिशन प्रबंधक विक्रम सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश और मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल की पहल पर इस साल के शुरुआत से अब तक छह ग्रामीण स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर ‘दीदी कैफे – प्रेरणा कैंटीन’ का संचालन शुरू किया जा चुका है। इसमें मुख्यमंत्री की गोद ली गई सीएचसी हाथी बाजार (सेवापुरी) भी शामिल हैं।