यह एक ऐसी कहानी है जो आपको सोचने पर विवस कर देगी की भगवान होता है | आप भी मानने लगेंगे की जीवन में जो होता है अच्छे के लिए होता है और यकीं मानिये भगवान भी हैं |
एकबार एक डाक्टर को अवार्ड देने के लिए नामित किया गया | क्योंकि डाक्टर ने बहुत सारे मरीजों को ठीक किया था | हलाकि इसके लिए वह अच्छी रकम चार्ज करते थे फिरभी मरीज़ उन्हें भगवान मानते थे क्योकि जो भी मरीज़ उनके पास जाता था वह ठीक हो कर ही वापस आता था |
फ़िलहाल डाक्टर को अवार्ड फंक्शन में जाना था तो उन्होंने प्लेन का टिकट बुक किया था | वह घर से निकले की भयानक आंधी – तूफान आ गया | किसी तरह एयरपोर्ट पहुंचे तो पता चला तूफान की वजह से फ्लाइट रद्द कर दी गई हैं |
डाक्टर को गुस्सा आ रहा था क्योकि यह अवार्ड पाना डाक्टर का सपना था | वह अपने ड्राइवर से बोले चलो अब हम अपनी गाड़ी से चलते हैं | थोड़ा सा लेट ही सही लेकिन अवार्ड मिलने तक तो पहुँच ही जायेंगे |
अब डॉक्टर साहब अपनी गाड़ी से रवाना हुए की रास्ते में एक जंगल आया | वह कभी भी शॉर्टकट पर भरोसा नहीं करते थे लेकिन आज अपनी जिद से ड्राइवर के मन करने के बावजूद भी जंगल के रास्ते शॉर्टकट लेने को कहा |
ड्राइवर तो जंगल के रास्ते चल दिया लेकिन हुआ वही जिसका डर था | तूफान की वजह से रास्ते में पेड़ गिर गए थे जिससे रास्ता बंद हो गया था | फिर सोचे चलो वापस लौटते हैं | लेकिन वापस लौटते समय अबकी बार रास्ता भटक गए | वह भगवान को बहुत कोसने लगे की क्या भगवान बड़ी मुश्किल से यह घडी आई थी और आपने वह भी छीन लिया |
वह बहुत परेशान हुए लेकिन अवार्ड फंक्शन तो छोडो अब वापस घर कैसे पहुंचा जाये यही समझ नहीं आ रहा था | तभी उन्हें एक रोशनी दिखती है जो एक झोपड़ी से आ रही होती है | वे वहां चले जाते हैं यह सोचकर की कोई अगर होगा तो बाहर निकलने का रास्ता बता देगा |
झोपड़ी में जाकर देखा तो एक बूढी औरत बैठी थी | उन्होंने बाहर निकलने का रास्ता पूंछा तो बुढ़िया बोली वह तो बता दूंगी लेकिन तूफान की वजह से फिर से रास्ता भटक जाओगे इसलिए आज रात यहीं आराम कर लो सुबह तूफान भी ख़तम हो जायेगा और अपने घर चले जाना |
डाक्टर को भी यह बात अच्छी लगी और सुबह तक झोपड़ी में ही रुकने का प्लान बनाया | तभी डाक्टर की निगाह पड़ती है की यहाँ अंदर की ओर एक लड़का एकदम बेदम पड़ा हुआ है | वह उस बुढ़िआ से उस लड़के के बारे में पूछता है तो पता चलता है वह उसका दस साल का पोता है जिसके माँ – बाप पहले ही गुजर गए हैं |
बुढ़िया बताती है की लडके को गंभीर बीमारी है | यहाँ के हाकिम बोलते हैं की दूर शहर के वो फलां डाक्टर हैं अब वही इसे बचा सकते हैं और कोई नहीं बचा सकता | लेकिन उनकी फीस बहुत ज्यादा है | हम गरीब हैं | इलाज कराना तो दूर हमारे पास उस शहर तक जाने भर के पैसे नहीं हैं | अब तो भगवान से यही प्रार्थना करती हूँ की या तो वह कोई चमत्कार करे नहीं तो इसे भी उठा ले | इसका दुःख मुझसे नहीं देखा जाता |
यह सुनकर डाक्टर का गुस्सा एकदम ठंडा पड गया और हल्का मुस्कुराते हुए बूढी औरत से बोला – दादी माँ ! भगवान ने आपकी प्रार्थना सुन ली | दरअसल बुढ़िया इसी डॉक्टर के बारे में बता रही थी | डॉक्टर मुस्कुराते हुए अब भगवान के चमत्कार को सोचने लगा की कैसे बिन मौसम तूफ़ान आ गया | ना चाहते हुए भी जंगल का रास्ता चुन लिया और वह भी भटक गया |
डॉक्टर जो अभी तक ईश्वर को कोस रहे थे अब धन्यवाद् देने लगे की प्रभु ने उन्हें इस लयाक समझा और यहाँ भेजा | और तुरंत से लड़के की दवा सुरु कर दी |
यह छोटी सी कहानी हमें यह बताती है की जो होता है अच्छे के लिए होता है, ईश्वर जो करता है अच्छे के लिए ही करता है और हाँ अगर हमारे कर्म सही हैं तो जो होगा अच्छा ही होगा |
हकीकत में देखा जाये तो हम सब की जिंदगी में कभी न कभी ऐसा जरूर हुआ होगा की किसी कार्य का परिणाम हमारी सोच की विपरीत हुआ होगा लेकिन थोड़े समय के बाद वही परिणाम हमारे हित में समझ आता है तो ऊपर वाले का सुक्रिया करते हैं |
More Stories
जबरदस्त मोटिवेशनल कहानी for students
10 जबरदस्त मोटिवेशनल कहानी
Motivational Small Story in Hindi-अभिमान और अनुभव