December 1, 2024
रियल लव स्टोरी - अधूरी कहानी

रियल लव स्टोरी – अधूरी कहानी

यह लव स्टोरी एकदम रियल में घटित हुई है | एक बार की बात है एक लड़का जिसका नाम पवन था वह नोएडा के एक कॉरपोरेट सेक्टर में काम करता था |

ऑफिस का जयपुर ट्रिप

वह लड़कियों से बहुत कम बातें किया करता था | क्योकि दिल्ली की इस चकाचौध से वह एकदम वाकिब था |

रियल लव स्टोरी - अधूरी कहानी

एकबार की बात है ऑफिस के सारे लोग जयपुर ट्रिप पर जाते हैं | कंपनी की तरफ से सभी का टिकट शताब्दी एक्सप्रेस से होता है |

जयपुर पहुंचकर सभी चोखी ढाणी, किला, शीश महल, पिंक सिटी बाजार और अन्य कई जगह पर घूमते हैं और खूब एन्जॉय करते हैं |

घूमने के बाद सभी का वापस से शताब्दी में ही टिकट रहता है | कई सारे लोग थे इसलिए एक ही डिब्बे में कुछ दूर पर मैनेजर और कुछ कुलिक थे |

इत्तफाकन प्यार की शुरुआत

सभी लोग आ रहे होते हैं की रास्ते में विजय नाम का एक लड़का जो की ऑफिस बॉय रहता है वह वाशवी नाम की एक लड़की की बहुत खिचाई करता रहता है |

यह सब पवन देखता है उसे बिलकुल अच्छा नहीं लग रहा होता है उसके मन में ख्याल आता है की अगर वाशवी उसकी प्रेमिका होती तो सायद किसी में इतनी हिम्मत नहीं रहती की कोई उसे इतना तंग कर सके |

दरअसल पवन का बैकग्राउंड कुछ दूसरे मिजाज का था | वह कभी भी कुछ गलत होता देखता है तो उसे मना कर देता है और चाहे सही हो या गलत लोग उसे मानते थे |

यकीन मानिये अभी तक पवन के मन में वाशवी को लेकर कोई फीलिंग नहीं थी लेकिन अब उसके मन में बहुत तेज हलचल होने लगी |

न चाहते हुए भी उसके मन में चलने लगा की वह उससे अपने प्यार का इजहार कर दे क्या ?

फिर वह सोचता है की क्या ये सब फालतू की बात दिमाग में घूम रही है | फिर अपना मन भटकाने के लिए गेम खेलने लगता है और वहां से उठकर दूसरे कुलिक के पास चला जाता है |

रियल लव स्टोरी - ट्रैन में ट्रेवल

गेम ऐसा था की कोई अपने किसी साथी का नाम लेता था और सामने वाला उसके बारे में जो कुछ भी सोचता था एक झटके में बोलना रहता था |

यकीन मानिये जो कुछ बता रहा हूँ एकदम सत्य है |

अब बारी आई पवन की | उसे अपने मन में किसी के लिए जो भी था बोलता चला जा रहा था |

तभी पीछे से वाशवी आ गई हलाकि पवन ने उसे नहीं देखा और किसी ने वाशवी नाम लिया और पवन के मुख से आई लव यू निकल गया |

पवन ऐसा बुल्कुल नहीं बोलना चाहता था लेकिन मन में अभी थोड़ी देर पहले कुछ ऐसा ही चल रहा था इसलिए बात जुबान पर आ गई |

अधूरा प्यार

यकीन मानिये पवन ऐसा बिलकुल नहीं चाहता था | हलाकि पवन में इतनी हिम्मत थी की वह चाहता तो पूरी दुनिया के सामने अपने प्यार का इजहार कर सकता था और उस कमिटमेंट को ता-उम्र निभाने की क्षमता भी रखता था |

लेकिन ऐसा कुछ था ही नहीं | वह तुरंत इस छिछोरेपन के लिए सभी से माफ़ी मांगता है लेकिन जो होना था सो हो गया |

दो दिन बाद से सभी ऑफिस आने लगे | अब पवन जितनी बार वाशवी को देखता न चाहते हुए भी उसके प्रति झुकाव बढ़ने लगा |

हलाकि झुकाव इतना भी नहीं बढ़ा लेकिन हाँ अगर वाशवी पवन के साथ रहने के लिए कहती तो पवन उम्रभर ईमानदारी से साथ जरूर निभाता |

लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं | और पवन को लगने लगा की अब यह नौकरी छोड़ देनी चाहिए | क्योंकि कहा गया है ” वो अफ़्साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन तो उसे इक ख़ूब-सूरत मोड़ दे कर छोड़ना अच्छा होता है “|

रियल लव स्टोरी - ट्रिप के बाद ऑफिस

अब पवन का इंतजार ख़तम हुआ और ख़ूब-सूरत मोड़ आया और नौकरी से रिजाइन देने की सोचता है दरअसल पवन की सादी किसी दूसरी लड़की से तय हो जाती है और वह ऑफिस से रिजाइन देकर अपने घर चला जाता है |

आपको बताता चलूँ की जब पवन रिजाइन दे दिया था और 1 माह नोटिस पर था तो वाशवी ने कागज के छोटे – छोटे टुकड़ों में लिखकर कुछ दिया था | वह आज भी उसे सुरक्षित रखा है |

इस कहानी का नाम ” रियल लव स्टोरी – प्यार की अधूरी कहानी ” सिर्फ इसलिए कहा गया क्योकि प्यार तो था भले ही वह एकतरफा ही सही | लेकिन प्यार पूरा न हो सका इसलिए प्यार की कहानी अधूरी रह गई |

रियल लव स्टोरी – अधूरी कहानी – डिस्क्लेमर

इसमें बताये गए नाम बदले हुए है लेकिन अगर इस कहानी से किसी की वास्तविकता जुडी है तो उसके लिए so sorry |