motivational story for students शृंखला की जबरजस्त कहानी है | यह छोटी सी कहानी एक राज्य की है जिसमें एक राजा रहता था | राजा का एक ही इकलौता पुत्र भी था | पुत्र के आचरण खराब थे जिसकी वजह से राजा बहुत परेशान रहते थे |
राजा ने अपने पुत्र को राज्य से क्यों निकला ?
राजकुमार जब 12-13 साल का था तब राजा उसके बुरे आचरण और बुरे बर्ताव से इतना परेशान हो गया कि वह अपने ही बेटे को राज्य से निकाल दिया |
सारे मंत्री समझाते रह गए, जनता कहती रह गई कि यह हमारे राजकुमार है, हमारे होने वाले राजा हैं |इन्हें राज्य से मत निकालिए | रानी रोती रह गई लेकिन राजा ने किसी की भी नहीं सुनी |
गलती पर पछतावा
कुछ वर्षों के बाद जब राजा बूढ़ा हो गया तब उसे यह एहसास हुआ कि हां अब उसके राज्य को चलाने के लिए कोई ना कोई तो चाहिए | इसलिए राजा अपनी गलती पर पछतावा करता है |
वह अपने मंत्रियों को आदेश देता है कि कुछ भी करो लेकिन किसी भी तरह अब मेरे बेटे को ढूंढ करके लाओ और वही इस राज्य का नया उत्तराधिकारी होगा |
आदेश सुनकर समस्त सुनकर सैनिक, सेनापति, मंत्री सब राजकुमर को ढूढने चल दिए |
राजकुमार की स्थिति
इधर यह राजकुमार कुछ कर नहीं सकता था लेकिन पेट तो पलना ही था | इस वजह से पेट पालने के लिए वह भीख मांगने लगा |
भीख मांगते मांगते उसकी स्थिति बहुत खराब हो गई थी | वह कमजोर भी हो गया था | वह फटे पुराने गंदे कपड़े पहन रखे थे | उसकी दाढ़ी बड़ी-बड़ी हो गई थी बाल बड़े-बड़े हो गए थे | उसकी याददास्त कमजोर हो गई थी |
एकबार वह एक चौराहे पर भीख मांग रहा था | तभी सेनापतियो की निगाह इस पर पड़ती है | जब उसके पास पहुंचे तो मंत्रियों को लगा कि इसको कहीं ना कहीं तो देखा है |
राजकुमार की पहचान कैसे हुई
शक के तौर पर जब मंत्रियों ने फोटो से मिलान किया गया तब समझ में आता है कि इसकी आंखें तो एकदम राजकुमार के जैसे थी |
तुरंत हाथ की मिट्टी को हटा कर देखा गया तो हाथ में राज चिन्ह था | अब सबको पता चल गया कि यही राजा के पुत्र हैं | सबने इस भिखारी को प्रणाम किया और सारी बात बताई |
मंत्रियों ने बताया की आप हमारे नए होने वाले राजा हैं | अब आप वापस चलिए राजा ने आपको याद किया है | यह सुनकर वह भिखारी तुरंत उत्तेजित हो गया | उसके सरीर में एक अलग ही ऊर्जा दौड़ने लगी |
उसे अब सबकुछ याद आ चुका था | वह सब को पहचानने भी लगा था | उसे अपने राजकुमार होने का एहसास होता है | उसे जैसे ही एहसास होता है की तुरंत आदेश देता है सबसे पहले मुझे स्नान कराया जाए |
पल भर में सारा सीन बदल गया | वह पल भर में भिखारी से राजा बन गया | उसे एहसास हो गया कि वह भीख मांगने के लिए नहीं बना | वह अब राज करने के लिए पैदा हुआ है |
अब राजकुमार को बड़े धूमधाम के साथ राज्य में लाया गया और नया राजा बनाया गया | अब देखो की समय की मार ऐसी की इसका जो बुरा आचरण था वह भी अब सुधर चुका था | वह अच्छे राजा की भांति बढ़िया से राज करने लगा |
motivational story for students || कहानी का सार
अगर देखा जाए तो यह कहानी उस राजा के साथ साथ हमारी भी है | हम सब सारी जिंदगी भीख ही तो मांगते रहते हैं | नहीं सोचते कि हम राजा हैं राज करने के लिए पैदा हुए हैं |
नहीं सोचते की हम राजकुमार हैं परम आनंद के अनुभूति के लिए हमारा जन्म हुआ है | क्या आपने इतना कमा लिया उतना कम लिया यही जीवन का सार है ? नहीं |
अपने जीवन का सही मकसद सही उद्देश्य चुनिए और उस पूरा करने में जुट जाइये | साथ ही साथ अपने – अपने उपरवाले को याद करते रहिये और उसका शुक्रिया करते चलिए |
तब आपको मालूम चलेगा और पता चलेगा कि हम मांगते रह गए थे जबकि उसने हमें अपना राजकुमार बना करके भेजा था |
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