Short Motivational Story in Hindi For Success

Short Motivational Story in Hindi For Success-जीवन और लालसा

Short Motivational Story in Hindi

यह एक Short Motivational Story है जो एक संत की है जो प्रवचन देने के लिए एक नगर से दूसरे नगर जाया करते थे | उनकी खुद की कोई कुटिया नहीं थी | वह सदैव एक जगह से दूसरी जगह जाया करते , प्रवचन करते और जो भी भिक्षा मिलती उसी से पेट भरते | जीवन में और ज्यादा की कोई इक्षा नहीं थी |

Short Motivational Story in Hindi For Success

एकबार की बात है उनके पास एक आदमी आता है और बोलता है की आप प्रवचन करने जगह – जगह जाते हो | इस नगर के राजा बहुत ही दानवीर हैं | क्यों न आप उनसे कुछ जमीन ले लेते और वहीँ अपनी कुटिया बना लेते और एकजगह बैठ कर प्रवचन करते |

दान के लिए संत राजदरबार में गए

संत को यह बात अच्छी लगती है | वह दूसरे दिन सुबह – सुबह राजा के दरबार में पहुंच जाते हैं | वह जाते तो सुबह हैं लेकिन उनसे पहले कई सारे लोग दान लेने के लिए पहुंचे रहते हैं |

सभी को दान देने के बाद जब संत का नंबर आता है तो राजा ने इनसे भी पूछा की बाबा आपको क्या चाहिए ?

संत ने उत्तर दिया – मुझे अपनी कुटिया बनाने के लिए और प्रवचन करने के लिए आपके राज्य में कुछ जमीन चाहिए |

राजा ने कहा – आप ने इतने पुण्य का काम हमारे राज्य में चुने हैं ये तो हमारे लिए बहुत गर्व की बात है | बताइये, आपको कितनी जगह चाहिए ?

राजा का यह प्रश्न अब संत को भ्रम में डाल रहा था | वह सोच में पड गए की एक बीघा जमीन ठीक रहेगा | फिर विचार आया की दो बीघा ले लेते हैं जिसमे कुछ पेड़ भी लगा लेंगे |

Short Motivational Story in Hindi For Success

बस यही सब सोच रहे थे की राजा ने फिर पूछ लिया की महात्मन आपको कितनी जमीन चाहिए ?

राजा ने संत को क्या दान में दिया?

संत अब भी कुछ नहीं बोल पा रहे थे | फिर राजा ने कहा – वह जो मैदान है उसके एक सिरे से चलकर साम तक आप जितने भी दूर चलेंगे वह सारी जमीन आपकी हो जाएगी |

राजा की यह बात सुनकर बिना देर किये संत तुरंत रास्ता नापने के लिए निकल गए | इधर राजा ने अपने कुछ सिपाहियों को भी लगा दिया की रास्ते में जब बाबा को भूख – प्यास वगैरह लगेगी तब खाना और पानी दे देना |

अब संत चले जा रहे हैं | थोड़ी दूर चलने के बाद सिपाहियों ने पूछा बाबा थोड़ा आराम कर लीजिये पानी पी लीजिए , लेकिन उन्होंने कुछ भी खाने पिने से मना कर दिया |

बाबा दौड़ते चले जा रहे थे की रास्ते में उन्हें झील दिखी | उन्होंने सोचा आश्रम में तो झील जरुरी है | उन्होंने दौड़ते हुए झील के भी चक्कर लगाए | उनको राजा की बात भी याद आयी की साम के पहले पहुंचना भी है इसलिए वह दौड़ लगाने लगे |

Short Motivational Story in Hindi For Success-जीवन और लालसा

साम होने से पहले वह अपना रास्ता कबर कर तो लिए थे लेकिन पहुंचते – पहुंचते वह गिर पड़े | और वह ऐसे गिरे की फिर कभी उठ नहीं सके | महात्मा जी मर चुके थे |

कहानी से सीख

यह कहानी उन संत के साथ साथ हम सब की भी है की हम सब और चाहिए और चाहिए की लालसा के पीछे भाग रहे हैं | लेकिन हम यह भूल चुके हैं की असल में जिंदगी दौड़ने भागने का नहीं असल जिंदगी तो जीने का नाम है | इसी तरह की और Short Motivational Story in Hindi Youtube पर देखें | धन्यवाद |